आजकल की जीवनशैली में बदलाव के कारण और खानपान की गलत आदतों के कारण किडनी रोगियों की संख्या आए दिन बढ़ती जा रही है। जी हां, हर साल लगभग साढ़े आठ लाख लोग किडनी रोग के कारण मर जाते हैं। साथ ही गलत जीवनशैली और खानपान आपकी किडनी को खराब कर सकती है। जिसके कारण किडनी ठीक से खून फिल्टर नहीं कर पाती है। जब खून ठीक से फिल्टर नहीं होता हैं तो खून में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ और जहरीले तत्व इकठ्ठा होकर किडनी और अन्य अंगो को नुकसान पंहुचाते हैं। किडनी या रीढ़ की हड्डी के दोनों सिरों पर बीन के आकार के दो अंग होते हैं। जिन्हें किडनी यानि गुर्दे कहते हैं। वैसे शरीर में रक्तर का सबसे बड़ा हिस्सा किडनी से होकर गुजरता है। किडन में मौजूद लाखों नेफ्रोन नलिकाएं रक्त को छानकर शुद्ध करती है। ये रक्त के अशुद्ध भाग को पेशब द्वारा बाहर निकाल देता हैं। किडनी रोग का शुरुआती अवस्थार में पता नहीं चल पाता और यह इतना खतरनाक होता है कि बढ़कर किडनी फेल्यो‍र का रूप ले लेता है। “किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा”

पेट में दर्द होना

पेट में दर्द होना आम बात है, लेकिन अगर दर्द पेट के बांयी या दांयी ओर होने लगे और वह असहनीय हो जाए तो इसको नजरअंदाज न करें क्योंकि ये किडनी डैमेज का संकेत भी हो सकता है।

शरीर में सूजन आना

हाथों-पैरों पर सूजन किसी भी वजह से हो सकती है, लेकिन ये किडनी खराब हरोने के कारण भी हो सकता है। किडनी खराब होने पर शरीर में कई हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे हाथों और पैरों पर सूजन आने लगती है और यूरिन का रंग गाढ़ा हो जाता हैं। “किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा”

पेशाब करते समय खून आना

अगर यूरिन पास करते समय खून आए तो इसे अनदेखा बिल्कुल न करें क्योंकि ये लक्षण किडनी खराब होने की ओर इशारा करते हैं। ऐसे में तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें और उसे अपनी सारी प्रॉब्लम बताए।

अचानक से पेशाब आना

अगर आपका भी अचानक से यूरिन निकल जाता है और कंट्रोल नहीं होता चो ये किडनी रोग हो सकता है। अब इस प्रॉबल्म को मामूली न समझते हुए तुरंत इसकी जांच और इलाज करवाएं। किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा

पेशाब करते समय जलन होना

यूरिन पास करते वक्त जलन महसूस या बेचैनी हो तो इसे हल्के में मत लें। ये यूरिन इंफैक्शन या किडनी खराब होने के संकेत हैं।

थकान महसूस होना

दिनभर काम करके थकान होना आम है लेकिन जब कमजोरी और थकान बिना वजह होने लगे तो यह किडनी फेल होने का ही एक लक्षण हैं। “किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा”

किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदा दवाएं:

किडनी रोग के लिए आयुर्वेदिक इजाल एलोपैथिक इलाज से काफी फायदेमंद साबित हुआ है। जी हां, आयुर्वेद प्राकृतिक की जड़ी-बूटियों और तकनीकों के उपयोग के साथ सभी प्रकार की शारीरिक बीमारियों के इलाज के लिए एक प्राचीन प्रथा माना जाता हैं। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां किडनी को मजबूत बनाती है। आयुर्वेदिक इलाज में उपयोग किए जाने वाले सबसे सामान्य जड़ी बूटियों में मिल्क थिस्टल, एस्ट्रगुलस, लाइसोरिस रूट, पुनर्नवा, गोकशुर आदि शामिल हैं। ये असभ्य जड़ी बूटियां हैं और किडनी की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने और किडनी के विकास को प्रतिबंधित करने के लिए बड़े पैमाने पर काम करती हैं। एलोपैथिक दवाओं के विपरीत,  आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां का किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। “किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा”

किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर:

किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा एक आयुर्वेदिक किडनी विफलता उपचार केंद्रो के क्षेत्र में प्रसिद्ध नाम है। ये सभी प्रकार के किडनी रोगियों का इलाज करते हैं। साथ ही किडनी को ठीक करने के लिए यहां मरीजों के लिए एक उचित डाइट चार्ट भी दिया जाता हैं और डायलिसिस को भी दूर कर देते हैं। “किडनी डैमेज के लिए आयुर्वेदिक दवा”