रोगी का नाम राज बहादुर सिंह हैं जो किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। डॉक्टर ने उन्हें कह दिया था कि, इस बीमारी का कोई इलाज नहीं हैं।

इलाज से पहले

  • हाथ, पैरों और टखने में सूजन
  • उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 4 mg/dL

आयुर्वेदिक उपचार

भारत का एकमात्र किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा जिसमें आयुर्वेदिक दवा से मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया हैं। ऐसे ही राज बहादूर नाम के रोगी कई महीनों तक किडनी की बीमारी का इलाज करवाया और अब वह बिल्कुल स्वस्थ हैं।

  • हाथ, पैरों की सूजन खत्म हो गई
  • क्रिएटिनिन लेवल – 07 mg/dL

विश्लेषण:

कर्मा आयुर्वेदा में आए रोगी को सभी डॉक्टरों ने कह दिया था कि, किडनी का इलाज नहीं हैं। साथ ही हर्बल दवाओं में मूत्रवर्धक गुण होते हैं और किडनी की बीमारी को कम करने में मदद करता हैं। डॉ. पुनीत धवन ने अपने मरीजों को आयुर्वेदिक चिकित्सा और उचि आहार की सलाह दी जिससे रोगी में जल्दी से जल्दी सुधार आता हैं।

किडनी की बीमारी का इलाज

लोगों की आबादी का एक तिहाई हिस्सा किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं, लेकिन बाकी आबादी के लिए किडनी का कार्य धीरे-धीरे 35 साल की आयु में गिरावट शुरू हो जाती हैं। ये कभी-कभी संरचनात्मक और हार्मोन में परिवर्तनों के साथ-साथ बाद के वर्षों में भी खराब हो सकती हैं।

कर्मा आयुर्वेदा भारत के साथ-साथ एशिया में आयुर्वेद किडनी उपचार के लिए सबसे अच्छा उपचार केंद्रो में से एक हैं। इसके नेतृत्व में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर पुनीत धवन है। वह मरीजों के सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण में सभी परिवर्तन और सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कर्मा आयुर्वेदा में हेल्थकेयर पेशेवरों की टीम क्लिनिक में पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचार की पेशकश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका सबसे बड़ा मिशन हैं आयुर्वेदिक उपचार से किडनी रोगियों को बीमारी से मुक्त करना। साथ ही दवा के इस प्राचीन ज्ञान के बारे में भी शिक्षित किया हैं।