रोगी का नाम अखिलेश हैं जो मध्यप्रदेश जबलपुर के रहने वाले हैं। वह AIIMS में देखरेख करते हैं। अखिलेश जी की हालत बिलकुल गंभीर हो गई थी। रोगी के भाई AIIMS के डॉक्टर हैं वह कर्मा आयुर्वेदा आए, डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के बिना अपने भाई की किडनी का इलाज करवाने के लिए।

इलाज से पहले

  • उल्टी होना
  • खाना न खाना
  • सांस लेने में दिक्कत
  • बैठने में तकलीफ
  • उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 18

आयुर्वेदिक इलाज के बाद

कर्मा आयुर्वेदा से इलाज करवाने के बाद रोगी में बहुत से सुधार देखने को मिला हैं। जी हां, पहले रोगी अखिलेश जी का क्रिएटिनिन लगातार बढ़ता जा रहा था। जिससे उन्हें काफी दर्द का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक इलाज के बाद अब वह काफी फिट हैं।

  • शारीरिक तौर पर फिट
  • आराम से सांस लेना
  • ठीक से खाना खरे हैं
  • क्रिएटिनिन लेवल – 14


किडनी खराब होने पर आयुर्वेदिक उपचार

किडनी का वजन लगभग 150 ग्राम का होता हैं। यह हमारे शरीर में पीछे कमर की ओर रीढ़ के ठीक नीचे के दोनों सिरों पर स्थिति होता हैं। किडनी रक्त में जल और बेकार पदार्थों को अलग करती हैं। शरीर में रसायन पदार्थो को संतुलन और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ये लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करती हैं। एक अंदाजे के अनुसारहर 100 में से 17 भारतीय किडनी समस्या से परेशान है और लगातार इसकी संख्या में वृद्धि होती जा रही हैं। गलत जीवनशैली, खान-पान और मधुमेह के कारण किडनी का बीमारी होती हैं, तो आज हम किडनी को खराब करने वाली आदतों के बारे में जानते हैं।

नई दिल्ली के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी ट्रीटमेंट में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। जो 1937 में स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। डॉ. पुनीत ने हर साल हजारों किडनी रोगियों का इलाज करते हैं और मरीज़ के किडनी रोग को जड़ से खत्म करते हैं। वे भी डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के बिना।