रोगी का नाम सरिता है और वह दिल्ली, मादीपुर से आई है। वह किडनी फेल्योर के साथ किडनी की पथरी से पीड़ित थी। सभी डॉक्टर्स में उन्हें किडनी प्रत्यारोपण की सलाह दी थी, क्योंकि उनकी हालत बिल्कुल खराब हो चुकी थी और उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था जैसे –

भूख में कमी

शरीर में सूजन

उच्च क्रिएटिनिन

असंतुलित इलेक्ट्रोलाइट

आयुर्वेदिक इलाज के बाद  

रोगी को साधना टीवी चैनल से कर्मा आयुर्वेदा के इस हर्बल उपचार के बारे में पता चला, तो तब उन्होंने तुरंत कर्मा आयुर्वेदा से अपना इलाज शुरू कर दिया। आयुर्वेदिक उपचार के बाद मरीज की हालत में काफी सुधार आ गया।

शरीर की सूजन खत्म हो गई

क्रिएटिनिन लेवल – 0.75

यूरिया – 18.29

यूरिक एसिड – 3.75

इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलित होना

किडनी में पथरी की समस्या भी खत्म

विश्लेषण – कर्मा आयुर्वेदा ने डायलिसिस और प्रत्यारोपण से उन्हें बचाकर एक और रोगी का विश्वास प्राप्त किया है। डॉ. पुनीत धवन में अपने सभी मरीज़ो को आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करके प्रत्यारोपण से दूर रहने का सुझाव दिया। डॉ. पुनीत ने रोगी को आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करके डायलिसिस से बचाया है।

किडनी फेल्योर

किडनी दो अंगों की एक जोड़ी है जो रक्त से अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करती है। वे रक्तचाप, लाल रक्त कोशिकाओं और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन के उत्पादन को भी नियंत्रित करती है। यदि किडनी रक्त और पानी को फिल्टर करना बंद कर दे तो। इसका परिणाम शरीर मे जहरीले अपशिष्ट का निर्माण हो सकता है। किडनी की समस्या की ये स्थिति किडनी फेल्योर के रूप में जानी जाती है।

कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल, डॉ. पुनीत धवन

कर्मा आयुर्वेदा प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उपचार केंद्रों में से एक हैं। जो दिल्ली में स्थिति है। ये 1937 से किडनी के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कर्मा आयुर्वेदा के नेतृत्व में आज डॉ. पुनीत धवन है। जिसने 30 हजार से भी ज्यादा किडनी के मरीज़ो का इलाज करके उन्हें ठीक किया है। डॉ. पुनीत किडनी रोग के इलाज के लिए पूरी तरह सके प्राकृतिक और हर्बल तरीकों का उपयोग करते हैं।