पेशेंट का नाम रमा देवी हैं जिसे किडनी फेल्योर की समस्या थी। रोगी को इस बीमारी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और डॉक्टरों ने भी डायलिसिस के लिए बोल दिया था। तब यूट्यूब के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता  चला कि यहां डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के बिना इलाज किया जाता हैं। तब रोगी ने तुरंत उपचार कर दिया।

इलाज से पहले

  • थकान और कमजोरी महसूस होना
  • यूरिन में झाग आना
  • उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 7.3
  • यूरिया स्तर – 127

कर्मा आयुर्वेदा से इलाज के बाद

आयुर्वेदिक उपचार से रोगी में काफी सुधार आया हैं वह काम करने में सक्षम और शारीरिक तौर से फिट हैं। साथ ही आयुर्वेदिक की मदद से अब वह डायलिसिस प्रोटोकॉल जैसी दर्दनाक चीज से भी बाहर हैं।

  • शरीर में फूर्ती हैं
  • यूरिन में सुधार
  • क्रिएटिनिन स्तर – 5.9
  • यूरिया स्तर – 94

विश्लेषण:

कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवा और डॉ. पुनीत धवन के द्वारा दिए गए आहार चार्ट की मदद से रोगी में सुधार मिला और सभी मरीजों को डायलिसिस और ट्रांसप्लांट से किया हैं।


किडनी की भूमिका और आयुर्वेदिक उपचार

किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में एक केंद्रीय भूमिका निभाती हैं। किडनी शरीर से निकलने वाले कचरे को बाहर निकालने का मुख्य कार्य करती हैं। जिससे ये विषमुक्त होता हैं और शरीर में फैलने वाले रक्त को शुद्ध करती हैं। वे कुछ हार्मोन को साबित करने में भी एक प्रमुख कार्य करती हैं जो पोषक तत्वों के चयापचय में मदद करती हैं, रक्तचाप और रक्त की मात्रा को भी नियंत्रित करती हैं।

जब किडनी का कार्य बिगड़ जाता हैं, तो ये शरीर में विषाक्त पदार्थों के संचय के परिणामस्वरूम कई स्वास्थ्य खतरों का कारण बनता हैं। इन खतरों में एसिडोसिस, फैटी लिवर से संबंधित समस्याएं, हड्डियों के रोग, एनीमिया, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आदि।

कर्मा आयुर्वेदा सबसे अच्छा विकसित प्राकृतिक और जैविक जड़ी-बूटियों का उपयोग करके किडनी से संबंधित बीमारी का इलाज करके इन पंक्तियों पर काम करती हैं जिनमें चिकित्सीय गुण होता हैं।

ये अर्जित ब्रांड नाम गर्व से डॉक्टर द्वारा दर्शाया गया हैं। डॉ. पुनीत धवन जो आयुर्वेदिक ज्ञान का उपयोग करके किडनी से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए धवन परिवार की 5वीं पीढ़ी हैं और किडनी की कोशिकाओं की प्रगति दर को धीमी करने के लिए किडनी के आहार की सही प्रकार प्रदान करते हैं।

आयुर्वेद, वृद्धावस्था चिकित्सा उपचार प्रक्रिया किडनी डिजीज को ठीक करने में  प्राकृतिक और हर्बल उपचार प्रदान करता हैं। ये सभी रोग तब उत्पन्न होते हैं जब मन, शरीर और आत्मा या अंसतुलित नहीं होते हैं। ये प्राकृतिक द्वारा उगाए गए चिकित्सीय जड़ी-बूटियों को प्रदान करके ऐसी समस्याओं का इलाज करता हैं, जो शरीर को बिना किसी दुष्प्रभाव के ऐसी बीमारियों का इलाज करते हैं। ये किडनी ट्रांसप्लांट और किडनी डायलिसिस के लिए सबसे अच्छा विकल्प बन जाता हैं।