रोगी का नाम हीरा लाल, जो यूपी के रहने वाले हैं। वह किडनी रोग की समस्या से परेशान थे और इस वजह से उन्हें काफी दर्द का सामना करना पड़ था। सभी डॉक्टरों ने उन्हें डायलिसिस लेने को बोल दिया था।

इलाज से पहले

  • पेशाब करने में परेशानी
  • कमजोरी महसूस होना
  • शुगर और बीपी हाई रहना
  • उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 5.58

आयुर्वेदिक इलाज के बाद

डॉ. पुनीत धवन द्वारा प्रदान किए गए आयुर्वेदिक उपचार से रोगी हीरा लाल जी को सुधार महसूस होने लगा। साथ ही डायलिसिस प्रोटोकॉल से भी छुटकारा मिल गया। अब वह शारीरिक तौर फिट हैं।

  • पेशाब करने में कोई परेशानी न होना
  • कमजोरी खत्म हो गई
  • शुगर और बीपी सामान्य हैं
  • क्रिएटिनिन लेवल – 3.54

विश्लेषण:

रोगी ने लगकर आयुर्वेदिक उपचार का पालन किया हैं। डॉ. पुनीत धवन ने उन्हें आयुर्वेदिक उपचार के साथ उचित आहार की सलाह ही। उन्होंने पूरी तरह से आयुर्वेदिक उपचार के साथ कई किडनी रोगियों को ठीक किया हैं।


किडनी की बीमारी

मानव शरीर में किडनी संतुलन बनाए रखने के कई कार्यों का काम करती हैं। वह अपशिष्ट उत्पादों को पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा को संतुलित करती हैं। वे शरीर में पानी की मात्रा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा को संतुलित करती हैं। वह अतिरिक्त अम्ल और क्षार निकालने में मदद करती हैं। जिससे शरीर में एसिड और क्षार का संतुलन बना रहता हैं। साथ ही किडनी शरीर में महत्वपूर्ण कार्य रक्त का शुद्धिकरण का काम करती हैं। जब बीमारी की वजह से दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य नहीं सकती है तो किडनी की कार्यक्षमत कम हो जाती हैं जिसे हम किडनी फेल्योर कहते हैं और इसका इलाज करवाना जरूरी होता हैं, क्योंकि इस बीमारी से रोगी की मौत भी हो सकती हैं।

कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार

कर्मा आयुर्वेदा आयुर्वेदिक किडनी देखभाल अस्पताल में से हैं जो 1937 से किडनी रोगियों का इलाज करते आ रहे हैं और आज कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल के नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा किया जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत ने 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज किया हैं और उसका सबुत रोगियों की रिपोर्ट।