हमारे शरीर में कुछ अंग बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि पूरे शरीर का सिस्टम सुचारू रूप से चलता हैं। जिसमें से अहम अंग हैं किडनी। जी हां, किडनी जो शरीर के अन्य अंगों की तरह ही अहम और नाजुक अंग होती है। इनके असन्तुलित हो जाने से पूरे शरीर की स्थिति बिगड़ जाती है, इसलिए इसका खास ध्यान रखने की जरूरत होती हैं। साथ ही आज के दौर से जैसे-जैसे उन्नती होती जा रही है। वैसे ही किडनी रोग से पीड़ित मरीज की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं, लेकिन बहुत-सी छोटी-छोटी बातों को अपनाकर किडनी की बीमारी से बचाव किया जा सकता हैं। “किडनी डिजीज ट्रीटमेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर”

बता दें कि, किडनी रोग में सबसे बड़ी समस्या ये हैं कि इस बीमारी का इतनी जल्दी पता नहीं चलता है इसलिए किडनी खराब होने से पहले इन लक्षणों की पहचान करना बहुत जरूरी होता हैं। आप सब जानते हैं कि, हमारे शरीर में 2 किडनी होती है। जो एक मिनट में लगभग 125ml खून साफ करती हैं। किडनी  सिर्फ पेशाब के जरिए हानिकारक चीजों को बाहर निकालती हैं। यह आपके ब्लडप्रेसर और कैल्शियम की मात्रा को सही रखता है। साथ ही नई लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता हैं। “किडनी डिजीज ट्रीटमेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर”

किडनी डिजीज के लक्षण:

कडनी खराब होने लगें तो मूत्र त्याग के समय दर्द होता हैं और रक्त भी आता है। इसके अलावा लक्षण देखने को मिलते हैं।

  • गर्मी में भी ठंड लगना।
  • भूख कम लगना।
  • शरीर में सूजन आना।
  • शरीर में थकान और कमज़ोरी आना।
  • पेशाब में प्रोटीन अधिक हो जाना।
  • पेशाब के समय जलन होना।
  • ब्लड प्रेशर बढ़ जाना।
  • त्वचा पर चकते पड़ना और खुजली होना।
  • मुंह का स्वाद ख़राब होना और मुंह से बदबू आना। “किडनी डिजीज ट्रीटमेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर”

किडनी डिजीज के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर:

वैसे हर इलाज के साथ एक स्वस्थ और अच्छा लाइफ स्टाइल भी होना जरूरी हैं। किडनी रोगियों को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। स्वस्थ शरीर में खराब प्रोडक्ट के निर्माण को शामिल करना चाहिए। स्वस्थ डाइट का एकमात्र उद्देश्य शरीर में मिनरल व तरल पदार्थ को संतुलित करना हैं। साथ ही एक अच्छी और स्पेशल डाइट शरीर में खराब प्रोडक्ट के निर्माण को सीमित कर सकता हैं। कुछ ऐसे ही बेहतरीन फूड होते हैं जिन्हें अपने रोज के खाने में शामिल करना चाहिए। जैसे- फल कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज स्तर को कम करने में मदद करके किडनी की बीमारी के प्रभाव को कम करता हैं, सभी हरी सब्जियां विटामिन ए, सी, के और फोलेट में उच्च होती हैं। इसके नियमित सेवन से आपको अपने स्वास्थ्य को ठीक करने में मदद मिलती हैं, मूली और गाजर जैसे फाइबर वाले फूड शरीर में क्रिएटिनिन स्तर को कम करने में मदद करते है। “किडनी डिजीज ट्रीटमेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर”

आयुर्वेदिक डॉ. पुनीत धवन

आयुर्वेदिक प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करता हैं। जो रोग को पूरी तरह से ठीक करने के लिए बेहतरीन माना जाता हैं। भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक क्लीनिकों में से एक कर्मा आयुर्वेदा हैं। जो 1937 के बाद से ही दुनिया भर के किडनी रोगियों का इलाज कर रहें हैं। इसका नेतृत्व में एक अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. पुनीत धवन करते हैं। डॉ. पुनीत एलोपैथिक उपचार के अभ्यास में विश्वास नहीं करते हैं। आयुर्वेद में मरीजों का जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक तकनीकों के साथ इलाज का जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत.धवन भी किडनी रोग के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा के साथ एक उचित डाइट चार्ट की सलाह देते हैं। किडनी डिजीज ट्रीटमेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर