किडनी हर इंसान के लिए एक अहम अंग होता है, बिना किडनी के कोई भी व्यक्ति अपने जीवन के बारे में नहीं सोच सकता है इसलिए अपनी किडनी को स्वस्थ रखना भी हमारा काम है। हमारी बदलती लाइफस्टाइल की वजह से हमारा कोई समय निधारित नहीं है कि कब भोजन करना है?

हर व्यक्ति को अपने भोजन का समय तय करना चाहिए, जिससे आपकी सेहत सही रहे। हमारे समय पर खाने की वजह से कई बीमरियों से बचा जा सकता है। अपनी कुछ आदत को सुधार कर, हम आपकी किडनी को स्वस्थ ब मजबूत बना सकते हैं इसलिए आज के ब्लॉग में आपको किडनी को स्वस्थ बनाने के बारे में टिप्स देंगे।

किडनी की बीमारी के लक्षण-

  • शरीर में सूजन नज़र आना
  • आंखों के चारों ओर सूजन
  • विशेष रूप से पैर और टखने में सूजन
  • चेहरे पर सूजन दिखाई देना
  • तरल पदार्थ अवधारण की वजह से वजन बढ़ना
  • भूख की कमी होना
  • उच्च रक्त चाप
  • सांस लेने में कठिनाई
  • बार-बार उल्टी होना
  • पेशाब करने में दिक्कत
  • शरीर के कुछ भागों में सूजन
  • बुखार और कंपकंपी होना
  • पेशाब में खून और प्रोटीन का आना
  • अचानक बेहोश होना
  • पेशाब में बदबू
  • अचानक कमजोरी महसूस होना
  • पेट में दर्द होना
  • नींद का ना आना
  • कमर दर्द

किडनी देखभाल कैसे करें-

किडनी की समस्या हो या किडनी को स्वस्थ रखने की बात, कुछ बातों को ध्यान में रखकर या कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर हम अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं। जैसे कि-

मुनक्के का पानी- अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो रात को सोते समय कुछ मुनक्कों को पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह के समय आप उस मुनक्के के पानी को छानकर पी लीजिए। यह प्रक्रिया रोज कुछ दिनों तक लगातार कीजिए। मुनक्के का पानी छानकर पीने से आपकी किडनी का रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है और आपकी किडनी स्वस्थ बनी रहती है।

विटामिन का सेवन- हमारे लिए विटामिन बहुत ज़रूरी होते हैं और यह किडनी को स्वस्थ व मजबूत बनाने के लिए मदद करते हैं। कुछ खास तरह के विटामिन का प्रयोग किया जाता है। वैसे तो विटामिन हमारे पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं इसलिए कुछ खास विटामिन जैसे कि विटामिन के+ के सेवन से किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं।

कोई व्यक्ति विटामिन डी का इस्तेमाल करते हैं हुए वह अपने किडनी के रोगों के लक्षणों को कम कर सकते हैं। वही कोई व्यक्ति हर रोज़ विटामिन बी6 का इस्तेमाल करता है तो किडनी स्टोन की समस्या से बच सकता है। अगर आप विटामिन सी का सेवन करते हैं तो किडनी को क्षतिग्रस्त होने से बचा सकते हैं।

नमक की मात्रा- किडनी की समस्या से जूझ रहे लोगों को अपने आहार पर खास ध्यान देने की आवश्कता होती है। किडनी की बीमारी में अपने भोजन में नमक का सेवन कम करना चाहिए साथ ही आप अगर प्रोटीन की मात्रा का सेवन भी कम करते हैं, तो आपकी किडनी पर कम दबाव पड़ता है। इसके अलावा फास्फोरस और पोटेशियम युक्त आहार का सेवन कम से कम करने से भी आपकी किडनी स्वस्थ बनी रहेगी।

बेकिंग सोडा का सेवन- ब्रिटिश शोधकर्ताओं के मुताबिक किडनी के रोगों से बचने के लिए सोडियम बाइकार्बोनेट का सेवन फायदेमंद है। किडनी के रोगों की गति को कम करने में बेकिंग सोडा आपकी मदद कर सकता है। बेकिंग सोडा के इस्तेमाल करने से रक्त में होने वाली एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाती है जिससे किडनी की समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है।

सब्जियों के जूस का सेवन- जूस का सेवन करने से हमारी कई बीमारियां ठीक हो सकती है। उसी तरह किडनी की समस्या में आप गाजर, खीरा, पत्तागोभी और लौकी के जूस का सेवन करने से यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर कोई आम इंसान या किडनी का रोगी इन जूस का सेवन करता है तो वह स्वस्थ और अपनी किडनी या किडनी के रोगों से छुटकारा पा सकता है। इसके सिवा आप तरबूज और आलू के जूस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो किडनी के रोग को ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है, इसलिए किडनी की बीमारी से जूझ रहें लोग इन जूस का सेवन करके अपनी बीमारियों से निजात पा सकते हैं।

ज्यादा पानी का सेवन- जैसा आप सभी जानते हैं कि एक मानव शरीर में 75 प्रतिशत पानी होता है जिसको बनाए रखने के लिए हमें रोजाना 8 से 10 गिलास या 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए। पानी का सेवन हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद है और जितना अधिक एक स्वस्थ व्यक्ति पानी का सेवन करता है, उतना ही उसकी सेहत के लिए अच्छा होता है। किसी भी बीमारी से बचने के लिए आप एक साथ न पीकर हर थोड़ी-थोड़ी देर में पानी का सेवन कर सकते हैं। पानी के अधिक सेवन से किडनी को अपने कार्य करने में मदद मिलती है जिससे वह  खून में मौजूद सभी व्यर्थ पदार्थ पेशाब के जरिए बाहर निकल देता है। ऐसा होने से आप किडनी के सभी रोगों से बच जाएंगे। अगर आप साधा पानी नहीं पीना चाहते हैं तो नींबू पानी का सेवन भी कर सकते हैं। ऐसा करने से शरीर में विटामिन सी व पानी दोनों की ही कमी दूर हो जाएगी।

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए फल व सब्जियां

  • क्रैनबेरी- किडनी को स्वस्थ रखने और किडनी की बीमारी से निजात पाने के लिए आप क्रैनबेरी का सेवन कर सकते हैं। क्रैनबेरी के सेवन से आप यूरिन इंफेक्शन की समस्या से बच सकते हैं जो कि किडनी समस्या के लिए एक गंभीर लक्षण माना जाता है। क्रैनबेरी के सेवन करने से आप किडनी की समस्या के साथ-साथ दिल की समस्या और कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल कर सकते हैं। जिससे किडनी के कार्य पर दवाब कम पड़ता है और किडनी सही से काम करने में सक्षम रहती है।
  • पपीता- अगर हम पपीते को अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं, तो यह कई बीमारियों से बचाव करता है। पक्का पपीता हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी है। आप पपीते को सीधा काटकर भी खा सकते हैं या फिर आप इसका जूस के रूप में सेवन कर सकते हैं। रोजाना पपीते के सेवन करने से पेट से जुड़ी हर समस्या दूर रहती है और साथ ही पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है। अगर हमारी पाचन क्रिया अच्छी व स्वस्थ है तो यह किडनी के लिए काफी फायदेमंद है। शरीर में बढ़ते कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करने के लिए पपीते का सेवन बहुत ही फायदेमंद है, जिससे किडनी फेल्योर होने का खतरा कम हो जाता है। आप कच्चे पपीते का भी सेवन कर सकते हैं।
  • सेब- सेब एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है जो टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए काफी लाभदायक है साथ ही वजन घटने में भी आपकी मदद करता है। किडनी की बीमारी से जूझ रहें लोग सेब के सिरका का सेवन कर सकते हैं जो उनकी किडनी के कार्य को करने में मददगार साबित होगा।
  • अनानास- यह फल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है और इसमें मौजूद विटामिन, पोटेशियम, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, फास्फोरस हमारी सेहत और किडनी के लिए भी अच्छा माना जाता है। इसमें बाकि खट्टे फलों की तुलना में पोटेशियम और फास्फोरस बहुत ही कम मात्रा में मौजूद होता है। अनानास के सेवन से हमारी हड्डियां मजबूत होती है साथ-साथ ही वजन को कम करने में मदद मिलती है। अनानास का सेवन करने से आपको किडनी स्टोन के दर्द से राहत भी मिलती है।
  • टिंडा- किडनी को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना आप टिंडे का सेवन कर सकते हैं। टिंडा हमारे शरीर में मौजूद अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकालने में किडनी की मदद करता है। इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण किडनी को पेशाब बनाने में मदद मिलती है और किडनी पर पड़ रहे दवाब कम हो जाता है।
  • लौकी- लौकी किडनी के लिए काफी लाभकारी है। एक माध्यम आकर की लौकी में कम से कम 96% पानी मौजूद होता है जो किडनी के द्वारा बनने वाले पेशाब में सहायता करता है। लौकी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो इन्सुलिन के बनाने में मददगार होते हैं, जिससे खून में शर्करा को कम किया जा सकता है। लौकी के जूस का सेवन करने से आप मुत्र संक्रमण के खतरे को भी कम कर सकते हैं।
  • तुरई- तुरई में विटामिन ए, प्रोटीन, उच्च मात्रा में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, पोटाशियम, फोलेट आदि जैसे कई पोष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। यह तत्व जानलेवा बीमारियों से आपका बचाव करते हैं साथ ही तुरई किडनी फेल्योर के रोगी के लिए बहुत ही लाभकारी मानी जाती है। तुरई की बेल को ठन्डे पानी या गाय के दूध में घिसकर तीन दिन तक रोज सुबह खाली पेट पीने से, पथरी गलकर अपने आप पेशाब के ज़रिए बाहर निकल जाती है। अगर आप तुरई का सूप का सेवन करते हैं तो पेशाब की जलन और मूत्र पथ को साफ करने में मदद मिलेगी।

कर्मा आयुर्वेद उपचार केंद्र

वर्ष 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया कर्मा आयुर्वेदा किडनी से जुड़ी हर समस्या का इलाज करता है जिसका आज के समय में संचालन धवन परिवार की पाचंवी पीढ़ी के डॉ. पुनीत धवन द्वारा किया जा रहा है। कर्मा आयुर्वेदा के ज़रिए डॉ. पुनीत धवन ने हर साल कई हजारों किडनी रोगियों का इलाज कर, उन्हें एक नया जीवनदान दिया है।

यह बात सब ने ही सुनी होगी कि आयुर्वेद के ज़रिए किसी भी बीमारी का इलाज संभव है, उसी प्रकार कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल की मदद से किसी भी प्रकार की किडनी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। कर्मा आयुर्वेदा सिर्फ और सिर्फ आयुर्वेदिक औषधि का ही इस्तेमाल करता है और आयुर्वेद पर ही विश्वास करता है। अब तक, कर्मा आयुर्वेदा ने 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें किडनी के रोग से मुक्त किया है, वो भी किसी डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के बिना। यहां किडनी रोगियों को आयुर्वेदिक दवाओं के साथ एक उचित आहार के बारे में भी बताया जाता है। सबसे बेहतरीन बात यह की आयुर्वेदिक दवाओं से किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। यदि आप या आपके किसी जानने वाले को डायलिसिस जैसे दर्दनाक उपचार से गुज़रना पड़ रहा है तो कर्मा आयुर्वेदा से उचित सलाह लेकर एक रोगमुक्त जीवन व्यतीत कर सकते हैं।