आज कल के समय में लाखों लोग कई सारी बीमारियों के साथ ही अपना जीवन बिता रहे हैं| जिसमें से एक किडनी की बीमारी भी है| किडनी की बीमारी काफी गंभीर होती है क्योंकि किडनी में कई प्रकार की समस्याएं आ सकती हैं| कई लोग मानते हैं कि किडनी की बीमारी एक साइलेंट किलरके रूप में काम करती है क्योंकि अधिकांश लोगों को बीमारी का पता तब तक नहीं चलता जब तक यह बीमारी शरीर में कोई गंभीर समस्या न बना दे| सामान्यत लोगों को उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने जैसी समस्याएं बनी रहती है|

किडनी हमारे शरीर में रीनल सिस्टम में मौजूद होती है| जिसका आकार कुछ राजमा की तरह दिखाई देता है| मानव शरीर में सामान्यत 2 किडनी होती है| लेकिन कई केस में यह भी देखा गया है कि किसी के शरीर में एक किडनी या 3 किडनी भी हो सकती है| लेकिन ऐसा बहुत रेयर केस में होता है कि किसी इंसान की जन्म से एक या तीन किडनी हो| किडनी का काम शरीर में काफी महत्वपूर्ण होता है| इनका काम खून की सफाई से लेकर हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का होता है|

मानव शरीर में किडनी क्या काम करती है:

किडनी हमारे शरीर के 5 मुख्य अंगों में से एक है| शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी है कि आपके शरीर के सभी अंग सुरक्षित रहें| जिसके लिए किडनी का भी स्वस्थ रहना जरुरी है| किडनी आपके शरीर में से सभी अशुद्धियाँ, अपशिष्ट, विषाक्त रसायन और अतिरिक्त तरल पदार्थ को यूरिन के रास्ते बाहर करती है| जिससे आपके शरीर में गंदगी जमा नहीं होती और इससे आपकी किडनी ठीक रहती है| अगर आपकी किडनी में थोड़ी सी भी दिक्कत आ जाती है, तो आपकी किडनी के काम में दबाव आ जाता है| जिससे आपकी किडनी के काम में प्रभाव पड़ने लगता है| जिससे आपकी किडनी अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पाती और आपको शरीर में और कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है|

किडनी खराबी का इलाज़:-

किडनी में खराबी आने के बाद अक्सर लोग इसके लिए एलोपैथी इलाज़ लेते हैं| जिसमें वह डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट जैसी परेशानी को झेलते हैं| किडनी खराबी के इलाज़ के लिए एलोपैथी में सिर्फ यही 2 विकल्प प्रयोग किये जाते हैं| जिसको न तो कोई ज्यादा शाररिक रूप से झेल सकता है और ट्रांसप्लांट का खर्चा काफी महंगा होता है जिसको हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता| इसलिए किडनी के इलाज़ के लिए सबसे अच्छा है कि आप अयुर्वेद् का चुनाव करें| क्योंकि आयुर्वेदिक इलाज़ आपकी किडनी को तो ठीक रखता ही है साथ ही यह आपको शरीर में होने वाली कई और परेशानियों से भी बचाता है|

किडनी के इलाज़ के रूप में जहां एलोपैथी आपको डायलिसिस और ट्रांसप्लांट का विकल्प देता है वहीँ आयुर्वेद आपको किडनी का सफल इलाज देता है| डायलिसिस में आपको शाररिक तकलीफ सहन करनी पड़ती है वहीँ आयुर्वेद में आपको सिर्फ आयुर्वेदिक दवाइयां खानी होती है और खाने में परहेज करने होते हैं| जिसके बाद आप अपनी शरीर में होने वाली हर उस समस्या से दूर रहते हैं जो आपकी डैमेज किडनी को नुकसान पंहुचा सकती है| इससे आपकी किडनी ठीक रहती है|

किडनी खराबी का पता कैसे लगायें:-

किडनी की समस्या का पता यूरिन और ब्लड इन दो जांच से हो जाता है| इससे eGFR की स्थिति का पता चल जाता है कि आपके शरीर में किडनी कितने प्रतिशत ब्लड छानने में सक्षम है| किडनी से संबधित जांच जिसमें ब्लड और यूरिन आता है, तो इन दोनों टेस्ट में किडनी के कार्य करने की स्थिति को जाना जाता है| इस जांच की रिपोर्ट में अगर ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा अधिक होती है तो इसका मतलब होता है कि आपकी किडनी के काम में कमी आ गई है| इसके विपरीत अगर आपके यूरिन में क्रिएटिनिन की मात्रा अधिक है तो इसका अर्थ है कि आपकी किडनी सही तरह से काम कर रही है| किडनी की जांच के लिए जो ब्लड और यूरिन का टेस्ट होता है उसको KFT कहा जाता है| यानी की किडनी फंक्शन टेस्ट|

कैसे रखें खराब किडनी का ध्यान:-

जब किडनी में खराबी आ जाती है तो इससे आपको शरीर में काफी सारी परेशानियां हो जाती है| इसके लिए जरुरी है कि आप अपने जीवन में कुछ बातों का ध्यान रखें जो आपकी खराब किडनी को और ज्यादा खराब होने से बचा सके|

सही आहार का चुनाव करें:-

जब किसी की किडनी में खराबी आ जाती है तो उन्हें खाने में कई चीज़ों का परहेज करने की सलाह दी जाती है| क्योंकि जिनकी किडनी में खराबी आ जाती है| तो इससे उनका पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है| इसलिए उन्हें हमेशा ऐसी डाइट लेने की सलाह दी जाती है जिसको आसानी से पचाया जा सके| इसलिए जिनकी किडनी में खराबी होती है उन्हें हमेशा खाने में ऐसी चीज़ें दी जाती हैं जो शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर न बढ़ाये|

जिनकी किडनी में खराबी है तो उन्हें अनाज में धुली मुंग दाल, अरहर दाल, गेहूं के आटे की रोटी और उबले हुए चावल का ही सेवन करने की सलाह दी जाती है| सब्जियों में किडनी के मरीजों को घीया, टोरी, टिंडा, परवल, कच्चा पपीता, हरा कद्दू और प्याज, पत्तागोभी, लाल शिमला मिर्च, करेला, गाजर, मुली और उबले आलू इन सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है| फलों में किडनी के मरीजों को सेब, नाशपाती, पपीता और अमरुद खाने की सलाह दी जाती है|

नियमति व्यायाम करें:-

किडनी के मरीजों को हमेशा नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए| जिसमें वह डॉक्टर की सलाह से योग कर सकते हैं| किडनी के मरीजों को रोजाना सुबह औरशाम टहलने की आदत होनी चाहिए| उनको कम से कम 15 से 20 मिनट तक रोजाना टहलना चाहिए| अगर मरीज़ कोई योग करना चाहते हैं तो उनको पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि वो कौन सा व्यायाम करें| क्योंकि किडनी के मरीजों को ऐसा योग या व्यायाम करने को कहा जाता है जिससे उनकी डैमेज किडनी पर कोई दबाव न आये| इसलिए किडनी के मरीज सुबह-शाम जरुर टहलें|

सही डाइट का चुनाव करें:-

किडनी के मरीजों को अपनी डाइट में कुछ चीज़ों को शामिल करना चाहिए ताकि इससे उनकी किडनी के काम पर इसका असर न हो और उनका स्वास्थ भी ठीक रहे|

लाल अंगूर :-

जिनकी किडनी में खराबी है उन्हें अपनी डाइट में लाल अंगूर को जरुर शामिल करना चाहिए| इसमें विटामिन-C, विटमिन B6, फोलेट, पोटैशियम, आयरन, और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है| इसका सेवन आपको कब्ज, थकान और पेट की समस्या से दूर रखता है| लाल अंगूर किडनी को अंदर से साफ रखता है| अगर आप लाल अंगूर का सेवन करते हैं तो इससे आपका ब्लड प्रेशर भी सामान्य बना होता है साथ ही आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचे रहते हैं|

दही :-

किडनी को अन्दर से साफ़ करने के लिए दही का सेवन काफी फायदेमंद है| दही एक ऐसा स्त्रोत है जिसमें प्रोबॉयोटिक बैक्टीरिया होता है जो आपके पाचन तंत्र को ठीक रखता है| साथ ही यह आपकी किडनी को अन्दर से साफ़ रखने में मदद करता है| दही में गुड बैक्टीरिया भी होते हैं जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं जिससे आप कम बीमार पड़ते हैं|

नींबू :-

किडनी को साफ़ रखने के लिए आप नींबू का प्रयोग कर सकते हैं| नींबू में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है| जो आपके शरीर से गंदगी को बाहर करती है| आपको प्रतिदिन एक गिलास पानी में आधे नींबू का रस डालकर पीना है|इससे आपकी किडनी साफ़ तो होगी ही साथ ही नींबू का सेवन आपको किडनी स्टोन की समस्यासे दूर करता है| लेकिन ध्यान रहे जिनकी किडनी में स्टोन के अलावा और कोई दिक्कत है वो नींबू का सेवन न करें|

अदरक :-

अदरक किडनी की सफाई के लिए बेहद उपयोगी माना गया है| अदरक में क्लोरीन, आयोडीन, विटामिन और कैल्शियम सहित बहुत सारे गुण हैं जो किडनी को अन्दर से साफ़ रखने में मदद करते हैं| अगर आप प्रतिदिन सिमित मात्रा में अदरक का सेवन करते हैं, तो इससे आपकी किडनी स्वस्थ रहती है| किडनी के मरीज़ अदरक का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें और स्वस्थ व्यक्ति अदरक का सेवन सिमित मात्रा में ही करें| इसका अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है|

लाल शिमला मिर्च :-

लाल शिमला मिर्च किडनी को स्वस्थ रखने में फायदेमंद माना जाता है| इसमें भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी6, विटामिन सी पाया जाता है| लाल शिमला मिर्च में पौटेशियम की मात्रा कम होती है जो कि किडनी के लिए ठीक होती है| किडनी के मरीज़ लाल शमिल मिर्च का सेवन कर सकते हैं पर कितनी मात्रा में करना है इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेनी जरुरी होता है|