आज बाज़ार में उपलब्ध होने वाले फास्ट फूड में अधिकतर मैदा का प्रयोग किया जाता हैं| वैसे तो मैदा से बनी चीजें खाने में स्वादिष्ट होती है| लेकिन शायद आप नहीं जानते मैदा खाना आपकी सेहत के लिए कितना नुकसानदायक होता है| मैदा का नियमित सेवन करने से सबसे पहले तो आपका पाचन सिस्टम खराब होता हैं| पाचन सिस्टम खराब होने से किडनी की समस्या, हृदय की समस्या और डायबिटीज़ की समस्या बनी रहती है| किडनी रोगी को मैदा का सेवन करना नुकसानदायक होता है|

मैदा का सेवन क्यों करना चाहिए:-

बहुत से लोगों के मन में हमेशा से एक प्रश्न रहता हैं कि जब गेहूं से बनी रोटी का सेवन कर सकते है| तो फिर मैदा का सेवन क्यों नहीं कर सकता और मैदा भी तो गेहूं से बनता है| जी हाँ, आपने बहुत सही कहा मैदा भी गेहूं से ही बनता हैं लेकिन शायद आपको यह नहीं पता होगा| कि आखिर गेहूं से मैदा कैसे बनता हैं? क्या होता हैं कि गेहूं से मैदा बनाने की प्रक्रिया में गेहूं लगभग 2 से 3 बार धोया जाता है, फिर बाद में गेहूं को बारीक करके पीसा जाता है और गेहूं को अधिक बार धोने से पोषक तत्व और फाइबर निकल जाते है| जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही आवश्क होता हैं| मैदा में फाइबर व अन्य पोषक तत्व न होने कारण यह किडनी रोगी के लिए नुकसानदायक होता है|

किडनी रोगी को क्यों नहीं करना चाहिए मैदा का सेवन:-

किडनी रोगी के लिए मैदा का सेवन करना नुकसानदायक होता हैं| क्योंकि सामान्य तौर पर भी मैदा ठीक से डायाजेस्ट नहीं होता| ऐसे में किडनी रोगी को मैदा का सेवन अपच की समस्या को बढ़ा देता हैं|किडनी रोग को हमेशा डाइट में हल्का खाना खाने की सलाह दी जाती हैं क्योंकि भारी अनाज खाने से किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती| जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि किडनी का मुख्य काम आपके शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालना हैं| लेकिन कभी-कभी आप अपनी डाइट में कुछ ऐसे खादय पदार्थों को शामिल कर लेते है जो किडनी रक्त का शुद्धिकरण की प्रक्रिया में रुकावट डालते हैं| आप जो भी खाते आपका लीवर भोजन को पचाने का काम करता हैं लेकिन दूषित खानपान के कारण लीवर खाने को ठीक से डायजेस्ट नहीं कर पाता और जिसका सीधा असर आपकी किडनी पर पड़ता है| किडनी ठीक से रक्त का शुद्धिकरण नहीं कर पाती, जिससे विषैले पदार्थ आपके शरीर में हीं रहते है| कुछ समय के बाद आप किडनी जैसे गंभीर रोग के शिकार हो जाते है|

मैदा खाने से बढ़ता हैं टाइप 2 डायबिटीज़:

वैसे तो डायबिटीज़ एक सामान्य समस्या हैं, लेकिन बहुत सी बीमारिया भी डायबिटीज़ से पैदा होती है| जिसमें किडनी रोग मुख्य हैं| अक्सर क्या होता हैं कि डायबिटीज़ का मरीज अपने खाने पीने पर नियंत्रण या परहेज नहीं रख पता| जिसके कारण ब्लड शुगर बढ़ता रहता है और इसका सीधा असर आपकी किडनी पर पड़ता हैं| ब्लड शुगर का नियंत्रित न होना भी किडनी फेल होने की एक बड़ी वजह हैं| किडनी रोग की सबसे बड़ी समस्या यह है कि किडनी रोग होने पर इसके सामान्य लक्षण पहले नजर नहीं आते, जिसे आप अक्सर एक साधारण बीमारी समझकर नज़रअंदाज़ कर देते है| क्योंकि किडनी के खराबी के लक्षण भी सामान्य बीमारी की तरह ही होते है जैसे पेट में दर्द, पीठ में दर्द इत्यादि| किडनी रोग की जानकारी न होने के कारण आप नियमित रूप से मैदा का सेवन करते है| वैसे तो एक स्वस्थ इंसान को भी मैदा आसानी से डायाजेस्ट नहीं होता हैं और किडनी रोगी के लिए तो वैसे भी मैदा का सेवन करना नुकसानदायक होता है| मैदा के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज़ बढ़ने की संभावना अधिक बढ़ जाती हैं|

किडनी रोगी मैदा की जगह लें सकते हैं गेहूं और सूजी

किडनी के रोगी को मैदा की जगह गेहूं की रोटी और सूजी का सेवन करना चाहिए क्योंकि गेहूं में पाए जाने वाले पोषक तत्व किडनी के लिए बहुत ही फायदेमंद होता हैं क्योंकि गेहूं में संतुलित मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं जो किडनी रोगी के लिए आवश्क होता है| गेहूं में ऐसे पोषक तत्व होते है जो किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं| गेहूं किडनी के लिए एक अच्छा पोषक तत्व माना जाता है| साथ ही कभी-कभी सूजी का सेवन भी किडनी के रोगी के लिए फायदेमंद साबित होता हैं|

किडनी रोग को एक लाइलाज रोग भी कहा जाता हैं अर्थात एक ऐसा रोग जिसके ठीक होने की संभावना बहुत कम होती है| लेकिन आज के समय में ऐसा कहना बिल्कुल भी उचित नहीं होगा कि किडनी रोग का उपचार संभव नहीं है क्योंकि आज आयुर्वेद से हर रोग का उपचार संभव हैं| बस जरूरत हैं तो सही समय पर आयुर्वेदिक उपचार लेने की| किडनी रोग में सबसे बड़ी भूमिका आपकी डाइट की होती है| क्योंकि बिना डाइट फॉलो किए किडनी रोग ठीक हो पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता हैं इसलिए आयुर्वेदिक उपचार के दौरान किडनी रोगी का सबसे पहले संतुलित डाइट चार्ट बनाया जाता हैं| क्योंकि 40 प्रतिशत किडनी रोगी का इस बात पर निर्भर करता हैं कि आखिर रोगी कौन सी डाइट फॉलो कर रहा है| अगर रोगी आयुर्वेदिक उपचार के दौरान डाइट को फॉलो करता है तो रोगी के जल्दी ठीक होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है|

आप अब जान चुके होने कि किडनी के रोगी के लिए मैदा का सेवन करना कितना नुकसान दायक साबित हो सकता है इसलिए किडनी के रोगी को मैदा से परहेज करना चाहिए| किडनी के सामान्य लक्षण दिखने पर किडनी की जाँच करवाएँ| डॉक्टर द्वारा बताई गई डाइट को फॉलो करें|