सेहतमंद रहने के लिए आपकी किडनी का स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी है। किडनी व्यक्ति के शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करती है, ताकि व्यक्ति स्वस्थ रह सके। किडनी शरीर से हानिकारण टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर रक्त को फिल्टर करती है। ये हार्मोंन्स बनाने के साथ ही जरूरी मिनरल्स को भी एब्जॉर्ब करती है। यूरिन बनाने के अलावा ये शरीर में एसिड के लेवल को कंट्रोल करती है। यूरिन बनाने के अलावा ये शरीर में एसिड के लेवल को कंट्रोल करती है। किडनी की अहमियत को जानते हुए भी कई बार हम जाने-अंजाने में कई ऐसी आदतों को अपना लेते हैं जो किडनी के लिए घातक बन जाती है। हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान

किडनी को नुकसान पंहुचाने वाले संकेत

  • प्रोटीन का अत्यधिक सेवन करना

ज्यादा प्रोटीन का सेवन करना किडनी के लिए नुकसानदायक होता है। खासतौर पर रेड मीट खाने से किडनी पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे किडनी को अपना काम करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और तब नतीजा ये आता है कि आपकी किडनी खराब हो हई है। इसलिए संतुलित मात्रा में ही प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। “हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान”

  • शरीर में विटामिन्स की कमी होना

अच्छी सेहत और किडनी को अच्छा रखने के लिए आपके शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स का होना जरूरी है। डाइट में विटामिन बी6 और विटामिन डी की कमी से किडनी खराब हो सकती है और किडनी स्टोन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए अपनी डाइट में ताजी हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें।

  • कम पानी पीना

ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करने से सिर्फ शरीर को डीहाइड्रेट होने से बचाता है, बल्कि शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में किडनी की मदद भी करता है। जब हम कम पानी पीते हैं तो शरीर में मौजूद विषैले तत्व बाहर नहीं निकल पाते हैं, जो किडनी को नुकसान पहंचाने के साथ शरीर को कई बीमारियां दे सकता हैं। हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान

  • देर तक पेशाब रोकना

जब भी घर से कहीं बाहर जाते है तो पब्लिक बाथरूम इस्तेमाल करने से बचने के लिए देर तक पेशाब को रोके रखते हैं? अगर आप ऐसा ही करते हैं तो आपकी ये आदत किडनी को खराब करने की सबसे बड़ी वजह बन सकती है। साथ ही देर तक पेशाब रोकने से किडनी पर दबाव पड़ता है इसलिए यूरिन को देर तक रोकने की गलती न करें इससे आपकी किडनी को नुकसान पंहुचेगा।

  • अधिक मात्रा में नमक का सेवन ना करें

अगर आप ज्यादा नमक या सोडियम का सेवन करते हैं तो ये आपकी किडनी के लिए खतरें की घंटी बन सकती है। नमक का ज्यादा सेवन हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, जिससे साइड इफेक्ट सीधे आपकी किडनी पर पड़ता है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के साथ ही किडनी को सेहतमंद बनाए रखने के लिए दिनभर में 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन करने बचें। “हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान”

  • अत्यधिक मीठा खाना

अधिकांश लोग मीठी चीजों को देखकर खुद को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। मीठी चीजों से प्यार डायबिटीज का कारण बन सकता है और डायबिटीज की वजह से किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

  • अधिक दवाओं का सेवन करना

बहुत लोग सिरदर्द, बदनदर्द जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से निजात पाने के लिए अक्सर दर्द निवारक दवाओं का सेवन करते हैं। ये दवाएं दर्द से भले ही राहत दिला देते हैं, लेकिन इनका साइड इफेक्ट किडनी पर पड़ता है। अधिक पेन किलर खाने से किडनी को पूरी तरह से खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्क लें। “हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान”

  • एक्सरसाइज़ न करना

नियमित रूप से एक्सरसाइड करने वाले लोगों से बीमारियां कोसों दूर भागती है, लेकिन जो लोग रोजाना एक्सरसाइड नहीं करते हैं उन्हें कई बीमारियां अपना शिकार बना सकती है। एक्सरसाइज करने से ब्लडप्रेशर कंट्रोल में रहता है जो किडनी की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। हैल्दी किडनी के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइड करें।

  • अल्कोहल का सेवन करना

अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से किडनी पर दबाव बढ़ जाता है जरूरत से ज्यादा शराब पीने से बॉडी डीहाइड्रेट होती है। आपकी ये आदत शरीर के सभी ऑर्गन्स की कार्यप्रणाली को बाधित करती है। इससे किडनी और लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और ये दोनों को खराब कर सकता है। “हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान”

  • ब्लड प्रेशर की जांच न कराना

हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होने के बावजूद अधिकांश लोग अपना बीपी समय-समय पर चेक नहीं करातें हैं, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए समय पर अपने ब्लड प्रेशर को चेक कराते रहें। नहीं तो आपका बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर किड़नी को नुकसान कर सकता हैं।

किडनी को नुकसान के लिए आयुर्वेदिक उपचार

आयुर्वेदिक दवाओं में वरुण, कासनी, गोखुर, पुनर्नवा और शिरिष जैसी जड़ी-बूटियां शामिल है जो रोग को जड़ से खत्म कर देती है। आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में से एक हैं नई दिल्ली के बेस्ट किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा। ये 1937 में स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। जो डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी रोगियों को ठीक करके रोग को जड़ से खत्म करते हैं। हानिकारक तत्वों से किडनी को नुकसान