किडनी मानव शरीर में एक अहम अंग है। किडनी रक्त में मौजूद पानी और व्यर्थ पदार्थो को अलग करने का काम करता है। इसके अलावा शरीर में रसायन पदार्थों का संतुलन, हार्मोंस छोड़ना, रक्तचाप नियंत्रित करने में भी सहायता प्रदान करता है। ये लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी सहायता करता है। इसका एक और कार्य है विटामिन-डी का निर्माण करना, जो शरीर की हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है। साथ ही दूषित पदार्थ खाने, दूषित जल पीने और नेफ्रॉन्स के टूटने से किडनी के रोग उत्पन्न होते है। इसके कारण किडनी शरीर से व्यर्थ पदार्थो को निकालने में असमर्थ हो जाते है। लाइफस्टाइल व काम के बढ़ते दबाव के कारण लोगों में जंकफूड व फास्ट फूड का सेवन ज्यादा करने लगे है। आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज

किडनी रोग होने के कारण:

  • पानी कम पीना
  • नींद पूरी ना लेना
  • नमक ज्यादा खाना
  • कोल्ड ड्रींक्स का सेवन करना
  • धूम्रपान या अधिक शराब का सेवन करना
  • दर्द निवारक दवाओं का अधिक सेवन करना
  • काफी देर तक पेशाब रोकना
  • आहार में मिनरल्स और विटामिन की कमी होना
  • जिनको हाई ब्लड प्रेशर और शुगर जैसे रोग की परेशानी हो और उनके परिवार में कभी किसी को किडनी की कोई बीमारी हुई हो, तो तब किडनी रोग होने की संभावना अन्य लोगों से अधिक होती है। “आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज”

किडनी रोग से होने वाले लक्षण:

  • गर्म मौसम में भी ठंड लगना
  • ब्लड प्रेशर ज्यादा रहना
  • त्वचा पर खुजली होना
  • भूख ना लगना या कम लगना
  • शरीर पर सूजन आना
  • पेशाब में अधिक मात्रा में प्रोटीन होना
  • पेशाब बार-बार आना और जलन होना
  • मुंह से बदबू आना और मुंह का स्वाद खराब होना “आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज”

किडनी रोग के घरेलू नूस्खे:

एप्पल साइडर विनेगर

किडनी संबंधी समस्याओं के बारे में भी काफी कारगर साबित होता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व शरीर को बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाते हैं जिसमें किडनी भी शामिल है। एप्पल साइडर विनेगर प्रयोग से किडनी में मौजूद स्टोन धीरे-धीरे अपने आप खत्म हो जाता है।

विटामिन

विटामिन हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं, लेकिन कुछ खास तरह से विटामिन का सेवन किडन को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है। विटामिन डी के सेवन से किडनी को रोगों के लक्षणों को कम किया जा सकता है। अगर आप हर रोज विटामिन बी6 का सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज

बेकिंग सोडा

ब्रिटिश शोधर्कर्ताओं के मुताबिक किडनी के रोगों से बचने के लिए सोडियम बाइकार्बोनेट का सेवन फायदेमंद होता है।

नमक की मात्रा कम लें

किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों को अपने आहार पर खास ध्यान देना चाहिए। खाने में नमक व प्रोटीन की मात्रा कम रखनी चाहिए जिससे किडनी पर कम दबाव पड़ता है।

सब्जियों का रस

किडनी की समस्या होने पर गाजर, खीरा, पत्तागोभी तथा लौकी के रस पीना चाहिए। इससे किडनी के रोगों से उबरने में मदद मिलती है और किडनी स्वस्थ रहती है। “आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज”

मुनक्का का पानी पिएं

व्यक्ति को रात के समय में सोते वक्त कुछ मुनक्का को पानी में भिगोने के लिए रखना चाहिए तथा सुबह के समय में मुनक्का पानी से निकाल कर, इस पानी को पीना चाहिए। ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करने से गुर्दे का रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।

पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं

किडनी के रोगों से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें। इससे किडनी में मौजूद व्यर्थ पदार्थ यूरीन के जरिए बाहर निकल जाएगें और आप किडनी के रोगों से बचे रहेंगे। “आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज”

आयुर्वेदिक उपचार

किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा, योग्य आयु्र्वेदचार्य डॉ. पुनीत धवन के मार्गदर्शन में किडनी की बीमारी के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायता प्रदान करते है। कर्मा आयुर्वेदा की दवाओं में किसी भी तरह के साइड इफेक्ट्स के बिना डायलिसिस और किडनी ठीक करती है। ये 1937 में स्थापित किया गया था और सालों से कर्मा आयुर्वेदा उपचार चला आ रहा है। आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज