मरीज का नाम संतोष कल्याणकर हैं जो पुणे से दिल्ली में आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के लिए आए हैं। वह किडनी रोग से पीड़ित थे और उन्हें बोल दिया गया था कि, क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता रहेगा और तब डायलिसिस या ट्रांसप्लांट करवाना पड़ेगा, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चलने के बाद रोगी ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया।

इलाज से पहले

  • उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 4.3

आयुर्वेदिक इलाज के बाद                   

कर्मा आयुर्वेदा से इलाज के बाद रोगी में सुधारा आया और उन्हें देखकर एलोपैथी डॉक्टर भी हैरान हो गए थे, क्योंकि एलोपैथी डॉक्टरों के लिए क्रिएटिनिन लेवल को कम करना नमुकिन हैं। इसी के साथ वह शारीरिक तौर पर भी फिट हुए हैं और अपना हर काम करने में सक्षम हैं।

  • क्रिएटिनिन लेवल – 2.98
  • यूरिया – 51.18

विश्लेषण:

एक बार फिर कर्मा आयुर्वेदा ने कर दिखाया कि क्रिएटिनिन लेवल को कम किया जा सकता हैं। साथ ही ऐसा पहली बार नहीं हुआ बल्कि डॉ. पुनीत धवन ने हजारों बार ये सिद्ध किया हैं और कर्मा आयुर्वेदा के यूट्यूब चैनल पर हैं। साथ ही हजारों पेशेंट की रिपोर्ट भी हैं।

किडनी रखें खास ध्यान

हमारे शरीर का बाहर और अंदर से तंदुरूस्त होना बेहद जरूरी हैं। बॉडी के अंदरूनी हिस्से हर समय अपना काम करते हैं। इनमें से किसी एक में जरा-सी खराबी आने पर सेहत बिगड़ने लगती हैं। अंदरूनी बॉडी के बारे में बात करें, तो किडनी शरीर की बहुत जरूरी हिस्सा हैं। यह विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम करती हैं। अगर इसमें कोई गड़बड़ी आ जाए तो हानिकारक पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते और जिसका प्रभाव लीवर और दिल पर भी पड़नी शुरू हो जाता हैं। किडनी को स्वस्थ रखने और इससे जुड़ी परेशानियों को जल्दी ठीक करने के लिए सही आहार का होना बेहद जरूरी होता हैं। अगर आपको इससे संबंधित कोई परेशानी हैं, तो आप डॉ. पुनीत धवन से संपर्क कर सकते हैं। वह अपने मरीजों को आयुर्वेदिक उपचार के साथ आहार चार्ट का पालन करने की सलाह देते हैं।

कर्मा आयुर्वेदा भारत का एकमात्र आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में से एक हैं। ये 1937 में स्थापित किया गया था जिसके नेतृत्व धवन परिवार की 5वीं पीढ़ी यानी डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार के द्वारा किडनी मरीजों का इलाज करके रोग को मुक्त किया जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत इसी उपचार से 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज कर चुके हैं वो भी डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण के बिना।